रुद्रप्रयाग। पर्यावरण को समर्पित हरेला पर्व के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, मैती आंदोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु, मुख्य विकास अधिकारी डाॅ जीएस खाती सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारियों ने रुद्रप्रयाग बाईपास के जवाड़ी पार्क में अनेक पौधो का रोपण किया और जनपद वासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं व बधाई दी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मैती आंदोलन के प्रणेता पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने भी सभी को हरेला पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिन प्रतिदिन भू-जल स्तर कम होता जा रहा है, वह एक चिंता का विषय है। इसलिए हमें पानी और पर्यावरण को बचाना होगा। जिसके लिए अधिक से अधिक पौधे रोपित करने की आवश्यकता है, जिससे आने वाली पीढ़ी को पानी व आक्सीजन की कमी से जूझना न पड़े।
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि सभी को समर्पित भाव से प्रकृति संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ना होगा और आने वाली पीढ़ी को शुद्ध पर्यावरण मिले, इसके लिए पर्यावरण संरक्षण में सभी की जिम्मेदारी सुनिश्चित हो। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम में शामिल हुए स्कूली छात्र- छात्राओं से संवाद करते हुए पौधारोपण एवं पेड़ों के संरक्षण की महत्ता पर सवाल- जवाब भी किए। प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले छात्रों को जिलाधिकारी ने पौधा भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. जीएस खाती ने पौधारोपण कार्यक्रम में कहा कि हमें प्रकृति को संजो कर रखना चाहिए क्योंकि प्रकृति से ही हमारा जीवन सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हमे दृढ़ संकल्प लेना होगा कि जो पौधे लगाए हैं, उनकी देख-रेख एवं संरक्षण करना हमारा दायित्व है।
प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने हरेला पर्व उत्तराखंड का लोक पर्व है। पर्व की शुभारम्भ जवाड़ी पार्क से किया गया। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थीम के तहत एक पेड़ माँ के नाम के तहत वृक्षारोपण किया जा रहा है, जिससे लोग भावनात्मक तौर पर पेड़ों से जुड़ सकें। जिस तरह माँ बच्चों की सेवा करती है और जब ये पेड़ बड़े होंगे, बच्चों की तरह ये भी लाभ देने का काम करेंगे। कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से बचने के लिए अधिक से अधिक पेड़ों को लगाया जाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि इस बार वन विभाग की ओर से केदारनाथ हाईवे के भूस्खलन वाले स्थानों पर पेड़ों का रोपण किया जा रहा है, जिससे यहाँ पर लैंडस्लाइड को रोका जा सके। नमामि गंगे योजना, मनरेगा योजना, एनएच विभाग के सहयोग से वन विभाग अगस्त्यमुनि से कुंड तक पौधों का रोपण किया जायेगा। इससे जहाँ भूस्खलन को रोका जा सकेगा, वहीं देश-विदेश से केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को भी छाया का लाभ मिलेगा। ऐसे में उनका प्रकृति के प्रति जुड़ाव भी रहेगा। बताया कि वन विभाग की ओर से इस बार 117 हेक्टेयर में पौधों का रोपण किया जाएगा।
कार्यक्रम में हिमालय रचनात्मक जन कल्याण समिति दकी ओर से स्कूली छात्र- छात्राओं के सहयोग से हरेला एवं पर्यावरण संरक्षण पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। कवि ओमप्रकाश सेमवाल ने मंच संचालन किया।
इस दौरान परियोजना निदेशक विमल कुमार, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, उप प्रभागीय वन अधिकारी विनोद सिंह, उप वनाधिकारी पवन सिंह, sdo देवेंद्र सिंह पुंडीर, राजी अधिकारी रजनीश लोहनी, संजय कुमार, उपवन क्षेत्राधिकार केसी नैनवाल, वन दरोगा वृजमोहन नेगी, गोविन्द सिंह, दिनेश जोशी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
न्यायालय परिसर रुद्रप्रयाग में मनाया हरेला पर्व,
रुद्रप्रयाग। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में आज हेरला पर्व के अवसर पर रवि रंजन सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्षता में जिला न्यायालय परिसर रूद्रप्रयाग में समय 10.00 बजे प्रातः को वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पारूल थपलियाल, न्यायिक मजिस्ट्रेट रूद्रप्रयाग, प्रदीप जगवाण, अध्यक्ष बार संघ रूद्रप्रयाग, समस्त अधिवक्तागण एवं न्यायिक कर्मचारी भी उपस्थित थे।