रुद्रप्रयाग। निर्वाचन प्रक्रिया में एक छोटी सी भूल एवं चूक पूरे निर्वाचन को बाधित कर सकती है। इसके लिए यह जरूरी है कि सभी कार्मिक धैर्य एवं शांत मन से उपलब्ध कराए जा रहे प्रशिक्षण को प्राप्त करें। केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव को निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं शांतिपूर्वक ढंग से संपादित कराने को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में कार्मिकों को मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती की अध्यक्षता में राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में दो पालियों में 60 पीठासीन अधिकारियों, 60-60 मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय, तृतीय को ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती ने उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी का लक्ष्य होना चाहिए कि निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं निर्विघ्न रूप से संपंन हो। इसके लिए यह जरूरी है कि उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित कराने के लिए जो भी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है, उसे शांतमन व धैर्यपूर्वक परीक्षण प्राप्त कर लें। किसी शंका एवं दुविधा का परीक्षण के दौरान ही मास्टर ट्रेनर द्वारा समाधान कर लिया जाए, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया को संपंन कराने के समय किसी भी तरह की कोई परेशानी न होने पाए। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सभी अधिकारी व कार्मिक निपुण हैं जिन्होंने पिछले लोकसभा निर्वाचन को संपादित कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। इसी तरह इस उप निर्वाचन को भी कुशलता एवं आपसी समन्वय के साथ संपादित करना ही सबका एक लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। किसी भी समस्या या परेशानी के लिए मास्टर ट्रेनरों से संपर्क कर उसका समाधान कर लिया जाए।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी/अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने कार्मिकों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सभी कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया को कुशलता एवं निष्पक्ष ढंग से संपादित कराने के लिए जो प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है, उस प्रशिक्षण को सभी अधिकारी एवं कार्मिक गंभीरता के साथ ग्रहण करें, ताकि निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित कराते समय किसी प्रकार की कोई परेशानी एवं समस्या न होने पाए।
मास्टर ट्रेनर मुख्य कृषि अधिकारी लोकेन्द्र सिंह बिष्ट ने निर्वाचन प्रक्रिया में तैनात अधिकारियों एवं कार्मिकों को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि निर्वाचन के लिए प्रस्थान से पूर्व सभी पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी उन्हें उपलब्ध कराई गई निर्वाचन सामग्री की भली-भांति परीक्षण कर लें तथा मतदाता सूची का भी मिलान कर लें कि जिस पोलिंग बूथ पर उनकी तैनाती की गई है निर्वाचक नामावली उसी बूथ की है। इसके साथ ही उन्होंने अनिवार्य रूप से मानकों के अनुरूप ही मॉक पोल कराने को भी कहा। मास्टर ट्रेनर मनोज सिंह बिष्ट ने ईवीएम एवं वीवीपैट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कंट्रोल यूनिट एवं बैलेट यूनिट पर लगाए गए एड्रेस टैग की जांच कर सुनिश्चित कर लें कि कंट्रोल यूनिट एवं बैलेट यूनिट आपके मतदान केंद्र की ही है। कंट्रोल यूनिट का पावर स्विच ऑफ व स्विच ऑन कर जांच कर लें कि बैटरी पूरी तरह से चार्ज है तत्पश्चात स्विच ऑफ कर लें आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर परियोजना निदेशक प्रदीप कुमार पांडेय, मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली सहित पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय मौजूद रहे