श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से ज्ञान का मार्ग प्रशस्त होता- आचार्य डॉ. महेश चन्द्र
न्यू डांग में पितृ आशीर्वाद सदन में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ
भगवान कमलेश्वर की पूजा अर्चना कर निकाली भव्य कलश यात्रा
अलकनंदा नदी से गंगाजल भर निकाली गई जल कलश यात्रा में शामिल हुए कई भक्त
श्रीनगर। नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत न्यू डांग में पितृ आशीर्वाद सदन में शनिवार से श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ है। कथा का शुभारंभ होने से पूर्व वेद व्यास आचार्य डॉ. महेश चन्द्र महाराज की अगुवाई में अलकनंदा नदी से सैकड़ों की संख्या में पहुंची महिलाओं ने जल कलश भरने के बाद भगवान कमलेश्वर महादेव मंदिर में मंहत आशुतोष पुरी महाराज के द्वारा पूजा-अर्चना कराई गई। जबकि मंहत आशुतोष पूरी महाराज के हाथों श्रीमद् भागवत गीता पुस्तक और राधे राधे नाम के पटके भक्तों को प्रदान किए गये। जिसके पश्चात पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ कमलेश्वर मंदिर से न्यू डांग तक भव्य जल कलश यात्रा निकाली गई। जिसके बाद जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच व्यास पीठ के समक्ष अखंड ज्योति व श्रीमद् भागवत महापुराण ग्रंथ को प्रतिष्ठित किया गया।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत द्वारा आयोजित कराई जा रही श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचे कथा व्यास डॉ. महेश चन्द्र महाराज ने कथा में पहुंचे भक्तों को कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से ज्ञान का मार्ग प्रशस्त होता है। ऐसी कथा सुनने से मानव के लिए कल्याणकारी और कोई भी साधन नहीं है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा होने पर हरके को समय निकालकर जरूर कथा सुननी चाहिए और कथा में सुने विचारों को जीवन में अवश्य लाना चाहिए। भागवत कथा अमृत है।
यह एक ऐसी औषधि है, जिससे जन्म-मरण का रोग मिट जाता है। उन्होंने बताया कि भागवत कथा को पांचवां वेद कहा गया है। भगवान के सम्मुख शरणागत होना ही भागवत है। सच्चा सुख केवल भगवान के चरणों में है। श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा 5000 वर्षों से मानव के उद्धार व मुक्ति की कथा बनकर सनातन संस्कृति को अनुप्राणित कर रही है। सात दिनों तक चलने वाली कथा का समापन 29 जून को दैनिक पूजन, जाप, यज्ञ पूर्णाहुति व ब्रह्माभोज के साथ संपंन होगी। इस अवसर पर डॉ. कविता रावत, केएमएस रावत, रश्मि रावत, लक्ष्मी भंडारी, पृथ्वी सिंह भंडारी, रिद्धि नेगी, अरुण नेगी, सिद्धि असवाल, निर्मला बिष्ट, जसवंत सिंह बिष्ट, आशा रावत, सरोजनी रावत, रमेश रावत, भगवान सिंह रावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण, व्यापार सभा जिलाध्यक्ष वासुदेव कंडारी, भाजपा नेता जितेन्द्र रावत, एमएस डॉ. अजेय विक्रम सिंह, दिनेश पटवाल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद थी।