प्रवीन रावत। पहाड़ी केदार live ब्यूरो
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा की जनता हमेशा से ताबड़तोड़ महिला सशक्तिकरण का उदाहरण देती रही है. आशा नौटियाल की जीत के बाद एक बार फिर से यह साफ हो गया कि अगर एक वाकये को छोड़ दें तो अमूमन महिला प्रत्याशी पर ही केदारनाथ की जनता ने अपना भरोसा जताया है. आशा नौटियाल इस विधानसभा क्षेत्र की पहली विधायक रही हैं. एक बार फिर से साल 2024 में उन्हें विधायक बनने का मौका मिला है.
केदारनाथ विधानसभा सीट महिला विधायक का सफर अगर देखा जाए, तो ये बेहद रोचक दिखाई देता है. इस सीट पर साल 2002 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ था. राज्य गठन के बाद हुए विधानसभा चुनाव में आशा नौटियाल को भारतीय जनता पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था. तब उन्होंने कांग्रेस की शैलारानी रावत को भारी मतों से हराया था. इसके बाद साल 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में भी केदारनाथ की जनता ने आशा नौटियाल को जिताकर विधानसभा में भेजा था।
केदारनाथ विधानसभा में अभी तक हुए 6 चुनावों में 5 बार महिला ने जीती हासिल की है। आशा नौटियाल की दो जीत के बाद यह साफ हो गया था कि केदारनाथ की जनता महिला उम्मीदवार को ज्यादा तवज्जो देती है. हालांकि इसके बाद हुए चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन तब भी इस सीट पर कांग्रेस की महिला प्रत्याशी शैलारानी रावत विधायक बनीं थी. साल 2017 के चुनाव में भी आशा नौटियाल पार्टी से टिकट मांग रही थीं. लेकिन कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं शैलारानी रावत को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया।
सीट पर रहे मनोज रावत एकमात्र पुरुष विधायक
2017 में आशा नौटियाल ने बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन वह तीसरा नंबर पर रहीं. पहली बार इस सीट पर कांग्रेस के मनोज रावत पुरुष उम्मीदवार के रूप में जीत गए थे. साल 2022 में हुए चुनाव में एक बार फिर से शैलारानी रावत को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया और इस बार महिला उम्मीदवार के तौर पर उन्होंने जीत हासिल की.
भाजपा महिला प्रत्याशी ने जीता केदारनाथ उपचुनाव
शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ. इस बार फिर से महिला उम्मीदवार को भाजपा ने टिकट दिया. आशा नौटियाल को टिकट मिलते ही उनकी जीत पक्की हो गई थी. दरअसल उनके अलावा कोई महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं था. आशा नौटियाल ने आशा के अनुरूप चुनाव जीत भी लिया. आपको बताते चलें कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर कुल वोटरों की संख्या 90,875 है. इनमें 45 हजार 956 महिला वोटर की संख्या।