बद्रीनाथ दर्शन के बाद केदारनाथ दर्शन को पहुंचे उद्योगपति मुकेश अंबानी
बद्रीनाथ/ केदारनाथ। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बद्रीनाथ धाम तथा केदारनाथ धाम के दर्शन किये। प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी पहले बद्रीनाथ धाम पहुंचे। उसके बाद केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ धाम में उद्योगपति मुकेश अंबानी का स्वागत किया। इससे पहले प्रात: 9 बजे मुकेश अंबानी ने बद्रीनाथ धाम दर्शन कर उन्होंने वेदपाठ पूजा संपन्न की। उसके बाद मंदिर परिसर स्थित माता लक्ष्मी मंदिर के दर्शन किये।
दर्शन केबाद उन्होंने सिंह द्वार पर प्रशंसकों तथा मंदिर समिति पदाधिकारियों के साथ फोटो भी खिंचवाए। इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार तथा मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने उद्योगपति मुकेश अंबानी का स्वागत किया तथा भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट किया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी प्रत्येक यात्रावर्ष पारिवारिक सदस्यों के साथ बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचते है।
इस वर्ष उन्होंने दोनों धामों के लिए पांच करोड़ दो लाख रूपये की धनराशि का चैक मंदिर समिति को दानस्वरूप भेंट किया। कोरोनाकाल में जब यात्रा न्यूनतम थी तब रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष बतौर मंदिर समिति को दान स्वरूप बड़ी मदद की थी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार बीडी सिंह, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, ईओ सुनील पुरोहित, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, कृष्णानंद पंत, अजीत भंडारी, योगंबर नेगी, हरीश जोशी सहित अन्य मौजूद थे।
अपने अति व्यस्त कार्यक्रम के तहत उद्योगपति मुकेश अंबानी बद्रीनाथ धाम दर्शन के तुरंत बाद दोपहर पौने ग्यारह बजे केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचकर बाबा केदार का रूद्राभिषेक कर पूजा संपन्न की। उन्होंने बाबा केदार से देश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी का स्वागत कर भगवान केदारनाथ का प्रसाद भेंट किया।
इस अवसर पर मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग, केदारनाथ मंदिर प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, धर्माधिकारी औंकार शुक्ला, अरविंद शुक्ला, कुलदीप धर्म्वाण सहित तीर्थ पुरोहित समाज के प्रतिनिधि मौजूद रहे।