मनोरोग विभागाध्यक्ष डा पार्थ दत्ता ने मानसिक रोगों के कारण व निवारण पर दी विस्तृत जानकारी।
सिविल जज जूनियर डिविजन कुमारी अलका ने किया प्रतिभाग, दी विभिन्न कानूनी जानकारी।
रिपोर्ट: मनमोहन सिंधवाल
श्रीनगर। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह के तहत एक सीएमई का आयोजन किया गया। जिसमें मनोरोग विभाग एवं कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने मानसिक स्वास्थ्य की देश में स्थिति, बचाव व उपचार तथा मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में शोध परक जानकारी साझा की। मानसिक स्वास्थ्य पर डॉक्टरों के शोधपरक जानकारी देने पर तहसील विधिक सेवा समिति की अध्यक्ष एवं सिविल जज (जू.डि) कुमारी अलका द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी।
मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित विश्व मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सिविल जज (जू.डि) कुमारी अलका ने कहा कि मेंटल हेल्थ को सुधारने के लिए आज सभी को आवश्यकता है। उन्होंने मेंटल हेल्थ एंड केयर एक्ट के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उक्त एक्ट के तहत आज संदिग्ध या लावारिस घूम रहे लोगों की हेल्थ संबंधी सहायता कर सकते है। इसके लिए संबंधी थाने की पुलिस को जानकारी देने होगी। थाने की थानाध्यक्ष को इसमें अधिकार दिये गये है।
एडवोकेट चन्द्रभानु तिवारी ने विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के बारें में विस्तार से जानकारी दी। जबकि तमाम कानूनी जानकारी साझा की। कार्यक्रम में कम्नुनिटी मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ. जानकी बर्त्वाल ने विश्व, देश व प्रदेश मे मानसिक रोगो की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला। मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा पार्थ ने भारत देश में मानसिक स्वास्थ्य की शोधपरक जानकारी का विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया व मानसिक स्वास्थ्य पर बचाव एवं उपचार के संदर्भ में रोचक जानकारी दी। जबकि सीनियर रेजिडेंट ने वर्क प्लेस में मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में विस्तार से बताया गया।
इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि मानसिक रोग को शारीरिक रोग की तरह समझकर ही सलाह व ईलाज लेना चाहिए। इससे जुडे अन्धविश्वास, टैबू व भेदभाव को दूर करना प्राथमिकता है। परिवार व समाज को सलाह व सहयोगी की भूमिका मे रहना है। मानसिक परेशानी व बीमारी सही सलाह व ईलाज लेने पर पूर्ण रूप से ठीक हो जाती है, इसमे कोई संशय नही होना चाहिए। मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विभाग, कम्युनिटी मेडिसिन, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं जिला विधिक एवं सेवा प्राधिकरण एवं तहसील विधिक समिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह, एडवोकेट प्रदीप मैठानी, पीएलवी पूनम हटवाल, मानव बिष्ट, प्रकाश नेगी, अनामिका कोटियाल, रोशनी देवी, प्रो. विनीता रावत, डॉ. रिचा, डॉ. हरप्रीत सिह, डॉ. शिवानी, काउंसलर मनमोहन सिंह, एमएसडब्ल्यू भवतोष सेमवाल सहित एमबीबीएस छात्र व अन्य मौजूद थे।