देहरादून। दिल्ली के बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर का निर्माण करवा रहे दिल्ली वाले केदारनाथ ट्रस्ट के फ़ेसबुक पेज की प्रोफाइल से धाम शब्द हटा दिया गया है। साथ ही अपडेट की गई प्रोफ़ाइल पिक्चर भी बदल दी गई है, लेकिन दिल्ली के बुराड़ी में निर्मित मंदिर का नाम अभी भी केदारनाथ मंदिर ही रखा गया है। दूसरी ओर फेसबुक पेज पर एक पोस्ट और अपलोड की गई है, जिसमें यह लिखा गया है कि दिल्ली में होंगे अब केदारनाथ के दर्शन, ज़ाहिर सी बात है कि ऐसे में एक बार शांत हो चुका विवाद फिर दोबारा बढ़ सकता है।
केदारनाथ मंदिर विवाद के बाद केदारनाथ की प्रतिष्ठा बचाने के नाम पर इन दिनों जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन महरा कार्यकर्ताओं के साथ हरिद्वार से लेकर केदारनाथ तक की पैदल यात्रा पर हैं। वहीं इसी बीच दिल्ली वाले केदारनाथ मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला के ट्रस्ट वाले फ़ेसबुक पेज से एक पोस्ट किया गया हैं, जिसमें यह लिखा गया है कि अब दिल्ली में होंगे केदारनाथ के दर्शन, ऐसी पोस्ट से शांत हो चुके लोगों का भड़कना जायज है।
बीतें दिनों दिल्ली वाले केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर सूबे की सियासत गर्मा गई थी। ऐसे में ख़ुद प्रदेश के मुख्यमंत्री को आगे आकर मोर्चा सँभलाना पड़ा था। कैबिनेट में आनन-फ़ानन में उत्तराखण्ड के चारधामों से जुड़े नामों पर मंदिर और ट्रस्ट न बनाये जाने को लेकर प्रस्ताव भी लाया गया। जब इतने से भी तीर्थ पुरोहितो का ग़ुस्सा नहीं थमा तो स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ मंदिर पहुँचकर तीर्थ पुरोहितों और पंडा पंचायत के प्रतिनिधियो से वार्ता कर मंदिर की मान प्रतिष्ठा से छेडछाड़ न होने देने का आश्वासन भी दिया। जिस पर तीर्थ पुरोहित शांत हुए।
मंदिर के फ़ेसबुक पेज से मिली जानकारी के मुताबिक़ दिसंबर माह 2023 से दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने के जुगाड़ में लगे सुरेंद्र रौतेला द्वारा अब फ्रंटफुट पर तो नहीं, अपितु सोशल मीडिया के ज़रिए एक बार फिर मामला भड़काने वाली पोस्ट डालकर पदयात्रा पर निकले विपक्ष के नेताओं को अच्छा मसाला दे दिया है। दूसरी तरफ़ सुरेंद्र रौतेला पूर्व में मीडिया के सामने आकर भी साफ़ साफ़ कह चुके हैं कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर तो बनकर ही रहेगा। हालाँकि वह धाम शब्द हटा देंगे और उन्होंने अब फ़ेसबुक पेज से धाम शब्द हटाकर केदारनाथ मंदिर भी दिया है।